
Quiz on Constitution day

संविधान निर्माण की गौरवशाली यात्रा का इतिहास?
भारतीय संविधान के निर्माण की पृष्ठभूमि ब्रिटिश शासन काल मे ही पड़ चुकी थी परंतु इसके क्रमिक विकास की गति इस काल मे बहुत मंद थी। भारतीय संविधान के निर्माण हेतु संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसम्बर 1946 ई. को नई दिल्ली के Constitution hall, जिसे अब संसद भवन का ‘केंद्रीय कक्ष’ कहा जाता है में हुई और 2 साल 11 माह 18 दिन के पश्चात अर्थात 26 नवम्बर 1949 के दिन भारतीय संविधान पूर्णरूप से बनकर तैयार हुआ.
और इसे संविधान सभा द्वारा अंगीकार (Adopted) कर लिया गया और संविधान सभा के 284 उपस्थित सदस्यों ने संविधान पर हस्ताक्षर किए, संविधान निर्माण में यूं तो कई सदस्यों ने अपना योगदान दिया था पर इसमें मुख्य भूमिका डॉ. भीमराव अंबेडकर की रही इसलिए उन्हें भारतीय संविधान का पिता (Father of Indian Constitution) कहा जाता है। इस समय भारतीय संविधान में कुल 395 अनुच्छेद 22 भाग 8 अनुसूचियाँ है। हालांकि संविधान लागू 26 जनवरी 1950 को हुआ था।
क्यों मनाया जाता है संविधान दिवस?
National Constitution Day in Hindi: देश में संविधान दिवस हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है, क्योंकि आज ही के दिन भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा औपचारिक रूप से अपनाया गया था, परन्तु संविधान दिवस मनाने मनाने की परंपरा ज्यादा पुरानी नहीं है। साल 2015 में संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवंबर को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (Ministry of Social Justice and Empowerment) ने इस दिवस को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को अधिसूचित किया था तब से प्रति वर्ष इस दिवस को राष्ट्रीय संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस (National Low Day) के रुप में भी जाना जाता है।
भारतीय संविधान से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य (Interesting Fact of Indian Constitution)
- भारतीय संविधान को तैयार होने में कुल 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था।
- हमारा संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है।
- संविधान की मूल प्रति को टाइप नहीं किया गया था अपितु इन प्रतियों को हाथ से लिखा गया था।
- वर्तमान में संविधान की मूल प्रतियों को संसद के पुस्तकालय के भीतर हीलियम से भरे बॉक्स तथा फलालेन के कपड़े में लपेटकर नेफ्थलीन बॉल्स के साथ में सुरक्षित रखा हुआ है। इसके हर पन्ने पर सोने की पत्तियों वाली फ्रेम है और हर अध्याय के आरंभिक पृष्ठ पर एक कलाकृति भी बनाई गई है।
- संविधान की मूल प्रतियों को सुप्रिसिद्ध लेखक प्रेम नारायण रायजादा ने तैयार किया था।
- भारतीय संविधान की मूल सरंचना भारत शासन अधिनियम 1935 पर आधारित है।
- हमारे संविधान में कई देशों के संविधान से कुछ महत्वपूर्ण व आवश्यक भाग लिए गए हैं जैसे कि USA से मूल अधिकार तथा स्वतंत्र न्यायपालिका ब्रिटेन से संसदीय प्रणाली तथा राष्ट्रपति का पद कनाडा से संघीय शासन प्रणाली, अफ्रीका से संविधान संशोधन पद्धति, सोवियत संघ से मौलिक कर्तव्य, जर्मनी से आपात उपबन्ध, आयरलैंड से नीति निदेशक तत्व, फ्रांस से गणतन्त्रात्मक शासन प्रणाली तथा ऑस्ट्रेलिया से समवर्ती सूची इत्यादि।
- सर आइवर जेनिंग्स ने भारतीय संविधान को दुनिया का सबसे बड़ा और विस्तृत संविधान कहा था और साथ ही उनका कहना था कि भारतीय संविधान के विस्तृत होने को उसका दुर्गुण और वकीलों का स्वर्ग कहा जा सकता है।
FAQ About National Constitution Day (संविधान दिवस के बारे में एक योग्य प्रश्नोत्तरी)
And. 2015 से प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जाता है।
Ans. 26 नवम्बर 1949 ई. को हमारा संविधान बनकर तैयार हो गया था और इसे संविधान सभा ने स्वीकार कर लिया था।
Ans. डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का पिता (Father of Indian Constitution) कहा जाता है।
Ans. भारतीय नागरिकों को संविधान के प्रति जागरूक करने और संवैधानिक मूल्यों को याद दिलाने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है।
Ans. डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवम्बर 2015 को पहली बार भारत सरकार द्वारा संविधान दिवस सम्पूर्ण भारत में मनाया गया था।
Ans. 2 साल 11 माह 18 दिन।
Ans. इस वर्ष 8वें क्रम का राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जाएगा।
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